Monday, September 10, 2018

GANESHA AARTI : Ajasha

GANESH JI KI AARTI 



हिन्दू मान्यताओं के अनुसार यदि आपको किसी देवता को प्रसन्न करना हो तो आपको उस देवता की आरती आनी चाहिए । यह आरती एक मंत्र होता है।
कहा जाता  है कि भगवान इस आरती को जल्दी सुनते है। हर भगवान की आरती हिन्दू रीति रिवाजों में पाई जाती है । गणेश जी भगवान शंकर और माता पार्वती के छोटे पुत्र है । उनके बड़े भाई का नाम कार्तिकेय है।

तो चलिए जानते है गणेश आरती


जय गणेश जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती , पिता महादेवा ।।


एकदंत दयावन्त चार भुजाधारी ।
माथे तिलक सोहे, मूसे की सवारी ।।
जय गणेश जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती , पिता महादेवा ।।


पान चढ़े फूल चढ़े और चढ़े मेवा ।
लड्डुअन का भोग लगे संत करे सेवा।।
जय गणेश जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती , पिता महादेवा ।।


अंधे को आंख देत, कोढ़िन को काया ।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ।।
जय गणेश जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती , पिता महादेवा ।।


'सुर' श्याम शरण आय सफल कीजे सेवा
माता जाकी पार्वती , पिता महादेवा ।।

जय गणेश जय गणेश देवा ।
माता जाकी पार्वती , पिता महादेवा ।।

हमारी आशा है कि भगवान गणेश आपकी हर मनोकामना पूरी करे ।

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